आगरा शहर का इतिहास बहुत प्राचीन है। इस शहर में लाखों की संख्या में देश विदेश से लोग आते है। और इस शहर का इतिहास संस्कृति व खूबसूरती को तरासते हैं। इस शहर का इतिहास महाभारत काल से पहले द्वापर युग से ही प्रभावशाली रहा है।
यमुना नदी के तट पर बसा आगरा शहर ब्रजमंडल का एक हिस्सा हुआ करता था। भगवान श्री कृष्ण अपने दोस्तों के साथ यहां गाय को चराने आते थे । उस समय में आगरा को अग्रवान या अग्रवन के नाम से जाना जाता था।
उस समय आगरा के नाम के बारे में ऐसा कहा जाता हैं कि यहां पर हजारों साल पहले अंग्रा नामक एक ऋषि रहते थे। इसी के कारण इस जगह को अंग्रा नाम से जाना गया। उसके बाद में भौगोलिक ptolemy ने भारत के बक्से को आगरा लिखकर संबोधित किया।
इस वेबसाइट को आप आखिरी तक जरूर पढ़े। आज आप आगरा शहर की ऐसी बाते जानेंगे जो शायद आपके होश उडा देंगी। और आपको इस वेबसाइट पर पर्यटन स्थल के बारे में भी जानकारी मिलेगी। क्योंकि इस शहर में ताजमहल के अलावा बहुत सारी जगह हैं जहां घूमना लोग अक्सर भूल जाते हैं।
आगरा का इतिहास
सन 1504 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत पर राज करने वाला सुल्तान सिकंदर लोदी ने आगरा की स्थापना की और आगरा को दिल्ली सल्तनत का एक प्रमुख हिस्सा बनाया। सिकंदर लोदी की मृत्यु के बाद उसका बेटा इब्राहिम लोदी अगला सुल्तान बना लेकिन 1526 ईस्वी में लोधी पानीपत की पहली लड़ाई में बादशाह बाबर से हार गए। और वे इस युद्ध में मारे गए
मुगल शासको का पूरी दिल्ली सल्तनत पर कब्जा हो गया था। बाबर मुगल वंश का पहला सुल्तान बना और यहीं से शुरुआत हुआ पूरे भारत के साथ-साथ आगरा जिले का इतिहास।
बाबर को आगरा शहर की हरियाली बहुत पसंद आई और बाबर ने यमुना नदी के तट पर एक बगीचा बनवाया जिसमें हजारों पेड़ पौधों के साथ-साथ फूल पत्तियां औषधियों को भी लगबाया।
इस बगीचे को आरामबाग नाम से जाना गया जो वर्तमान समय में इस जगह को रामबाग कहा जाता है। आगरा शहर मुगल शासको की सबसे पसंदीदा जगह थी। इसीलिए मुगल वंश के कई सम्राटों ने दिल्ली छोड़कर आगरा को अपनी राजधानी बनाया। और यहीं से पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर शासन किया मुगलों के समय में आगरा में सैकड़ो इमारत का निर्माण कराया गया जो आज भी मौजूद हैं। और पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। मुगलों के समय में आगरा को अकबराबाद के नाम से जाना जाता था। बादशाह अकबर, जहांगीर और शाहजहां के शासनकाल में आगरा लगातार मुगलों की राजधानी बना रहा। हालांकि शाहजहां ने अपने शासन के समय के दौरान ही आगरा को बदलकर दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया।
उसके बाद में शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने शाहजहां को बंदी बना दिया और स्वयं को बादशाह घोषित कर दिया। और आगरा शहर को फिर से राजधानी बना दिया। मुगल साम्राज्य के विनाश के बाद जाटों का राज्य हो गया। उसके बाद पूर्ण रूप से आगरा मराठों के कब्जे में चला गया।
सन 1803 ईस्वी में आगरा शहर ब्रिटिश राष्ट्र के अधीन हो गया था।
अंग्रेजों ने सन् 1835 ईस्वी में आगरा शहर को अपना प्रशानिक केंद्र बना दिया। और सैन्य छावनी व ट्रेनिंग स्थलों का निर्माण कराया।
सन् 1837-38 के काल के समय में साक्षी रहा आगरा अंग्रेजों की हैवानियत और कुरूरता का शिकार भी बना रहा।
1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद आगरा शहर के लोगों ने मुगल वंश के आखिरी बादशाह बहादुर शाह जफर का भरपूर साथ दिया।
और अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का नारा बुलंद किया। हालांकि अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को पकड़कर रंगून जेल भेज दिया। लेकिन फिर भी आगरा जिले के वीर सपूतों ने आजादी के लिए हिम्मत नही हारी और डटकर मुकाबला किया।
आगरा शहर उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख महानगर है। जो उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से एक आगरा जिला अपने गौरव शाली विशालतम इतिहास व विश्व प्रसिद्ध इमारतों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। ये वही आगरा शहर है जिसने मुगल वंश की शान शौकत जाट मराठों की वीरताएं अंग्रेजों के जुल्मों सितम और चंबल के डाकुओं की दादागिरी को सहा है। और महसूस किया है।
आगरा जिले की सामान्य जानकारी
ऐसा कहा जाता है कि आगरा को मोहब्बत की नगरी, ताजनगरी भी कहा जाता है। लेकिन मौजूदा समय में नेतानगरी के लोग हास्यपद व व्यंग्यात्मक शैली में कहते सुनते देखा जा सकता है। आगरा शहर खानपान की दृष्टि से उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में काफी प्रसिद्ध है। सुबह होते ही यहां दही कचौड़ी की दुकानों पर बहुत भीड़ लग जाती है और सबसे ज्यादा खास बात यह है कि यहां दही कचौड़ी सब्जी के साथ दी जाती है और लोग बड़े आनंद के साथ खाते हैं। और बार-बार सब्जी की डिमांड भी करते हैं इसीलिए कुछ समझदार दुकानदार सब्जी में मिर्च पाउडर ज्यादा मात्रा में डाल देते हैं। यहां के लोग 20 से ₹25 में जम के भोजन करते हैं और गरमा गरम जलेबी में सब्जी डालकर खाते हैं। कहने का तात्पर्य है की आगरा शहर में आप कम पैसों में भी नाश्ता कर सकते हो। यह वही आगरा है जहां पर आप 30 से ₹40 में 8 पूड़ी और सब्जी खाकर अपनी भूख मिटा सकते हो।
आगरा शहर का पेठा पूरी दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है यहां आपको पेठे की सैकड़ो वैरायटी देखने को मिलेगी यदि आप आगरा जाना चाहते हो तो अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक बहुत अच्छा मौसम रहता है। और गर्मियों में यहां ज्यादा गर्मी रहती है। मई से लेकर सितंबर तक आपका आना सही नहीं रहेगा।
2011 की जनगणना के अनुसार आगरा शहर की जनसंख्या लगभग 45 लाख दर्ज की गई थी जिसमें 23 लाख पुरुष और 21 लाख के करीब महिलाएं रहती हैं। आगरा जिले का मुख्यालय आगरा शहर में ही स्थित है
आगरा शहर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है यहां पर गेहूं वाला गेहूं आलू सरसों का बाजार यहां की मुख्य खबरें हैं इस शहर की अर्थव्यवस्था लगभग 40% तक उद्योग धंधों पर आधारित है 72000 से अधिक छोटे-बड़े उद्योग धंधे आगरा जिले में संचालित हैं। चमड़ा उद्योग पूरे शहर में बड़े पैमाने पर स्थापित है यहां बने हुए लेदर के जूते को विदेश में आयात किया जाता है
जिले में दो लोकसभा सीट हैं।
1. फतेहपुर सिकरी
2. आगरा
विधानसभा सीट 9 है।
1. खेरागढ़
2. फतेहाबाद
3. फतेहपुर सीकरी
4. आगरा उत्तर
5. आगरा दक्षिण
6. आगरा ग्रामीण
7. एत्मादपुर
8.वाह
9. आगरा कैंट
आगरा शहर के पूर्व में मथुरा,फिरोजाबाद, और दक्षिण में राजस्थान के धौलपुर व भरतपुर जिलों से घिरा हुआ है। उत्तर प्रदेश राज्य के उत्तरी भाग में आगरा जिला यमुना नदी के तट पर स्थित है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आगरा की दूरी लगभग 378 किलोमीटर व देश की राजधानी नई दिल्ली से 206 किलोमीटर दूर पर है।
वहीं भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा से आगरा शहर की दूरी 58 किलोमीटर है। आगरा शहर उत्तर प्रदेश के सभी आबादी वाले शहरों में से एक है। आगरा भारत का 24वां सबसे अधिक आबादी वाला शहर है।
आगरा जिले के पर्यटन वा तीर्थस्थल की बात करें तो मुगल काल वी उससे पहले की कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें हैं जिन्हे देखने व समझने के लिए लोग 7 समुंद्र पार से लोग आते हैं।
आगरा शहर के पर्यटन व दर्शनीय स्थल
1. मनकानेश्वर मंदिर
मनकानेश्वर मंदिर हिंदुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है। ऐसा कहा जाता है की यहां भगवान भोलेनाथ ने स्वयं शिवलिंग की स्थापना की थी। इस मंदिर में शिवलिंग की चांदी की परत का आवरण किया गया है। इस मंदिर में यदि कोई श्रद्धालु शिवलिंग का जलाभिषेक करना चाहता है तो उस व्यक्ति को भारतीय भेषभूषा में आना अनिवार्य होगा।
2. राजेश्वर नाथ मंदिर
राजेश्वर नाथ मंदिर ऐतिहासिक व पौराणिक दृष्टि से अगर का गौरवशाली इतिहास रहा है। मोहब्बत की इमारत ताजमहल के कार्ड पुरी दुनिया में पहचाने जाने वाले शहर आगरा में धर्म की पता का सदैव ऊंची रही है। आगरा के शमशाबाद रोड पर राजेश्वर नाथ मंदिर स्थित है। जो हजारों साल पुराना है आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में स्थित स्थित शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। यह आज भी असुलझी पहेली है इसलिए लोग इसे भगवान भोलेनाथ का चमत्कार मानते हैं।
3. रावली महादेव मंदिर
रावली महादेव मंदिर आगरा के चारों कोनों पर भगवान शिव के मंदिर स्थापित हैं। मध्य भाग में श्रीमान के कामेश्वर और रावली देवी मंदिर स्थित है। अरावली मंदिर में स्थापित शिवलिंग काफी प्राचीन है। आगरा शहर में महात्मा गांधी रोड पर ईदगाह रेलवे स्टेशन से पास स्थित इस मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
4. कैलाश महादेव मंदिर
कैलाश महादेव मंदिर 5000 साल से भी पुराना यह मंदिर यमुना नदी के तट पर स्थित है इस मंदिर में दो शिवलिंग स्थापित हैं।
5. वाल्केश्वर मंदिर
वाल्केश्वर मंदिर शहर के बल्केश्वर नामक स्थान में है प्राचीन मंदिर स्थित है। यह मंदिर करीब 700 साल पुराना है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पहले बेल के वृक्षों का जंगल हुआ करता था यही बेल वृक्ष के जड़ से प्रकट हुई शिवलिंग को वाल्केश्वर नाथ कहा गया है।
FAQs
प्रश्न 1. आगरा का सबसे पुराना नाम क्या था?
उत्तर- आगरा शहर को अग्रवाण या अग्रवन के नाम से जाता था। जिसे तोलमी नमक व्यक्ति ने इसे आगरा नाम से सांबोधित किया।
प्रश्न 2. आगरा जिला क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर- आगरा जिला मुगल सल्तनत की सबसे चहेती जगह थी, और आगरा सन 1526 से 1658 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी भी रहा है। इस जिले में मुगल कालीन इमरतें जैसे- ताजमहल, लालकिला, फ़तेहपुर सीकरी आदि छोटी-बड़ी इमारतों की वजह से प्रसिद्ध है। और ये तीनों इमारतें यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल हैं।
प्रश्न 3. आगरा का पहला राजा कौन था?
उत्तर- ऐसा कहा गया है की आगरा महाभारत काल से एक प्राचीन शहर था उसके बाद दिल्ली के मुस्लिम शासक सुल्तान सिकंदर लोधी ने सन 1504 में आगरा शहर की स्थापना की।
प्रश्न 4. आगरा की सबसे मशहूर चीज क्या है?
उत्तर- वैसे तो आगरा पूरी दुनिया में ताजमहल के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसके साथ-साथ यहाँ के लज़ीज़ व्यंजन भी सभी को बहुत पसंद हैं। इस शहर का पेठा सबसे मशहूर है। यहाँ आने वाले सभी पर्यटक पेठा का स्वाद लेते ही हैं और वो अपने घर पर भी ले जाते हैं।
प्रश्न 5. आगरा की स्पेशल मिठाई क्या है?
उत्तर- आगरा की स्पेशल मिठाई पेठा है।
प्रश्न 6. ताजमहल का टिकट कितने का है?
उत्तर- यदि आप एक भारतीय हैं तो आपको ताजमहल के लिए 245 रुपए देने पड़ेंगे, यदि आप एक विदेशी पर्यटक हैं तो आपको 1250 रुपए देने पड़ेंगे।
प्रश्न 7. आगरा का नाम कैसे पड़ा?
उत्तर- आगरा को पहले अग्रवाण या अग्रवन नाम से जाना जाता था। उसके बाद तोलमी नामक व्यक्ति ने इसे “आगरा” से संबोधित किया।
प्रश्न 8. आगरा जिले का क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर- आगरा जिले का क्षेत्रफल 4027 वर्ग किलोमीटर है।
प्रश्न 9. आगरा जिले की जनसंख्या कितनी है?
उत्तर- आगरा जिले की जनसंख्या 44,18,797 है।
प्रश्न 10. आगरा जिले में पुरुषों की संख्या कितनी है?
उत्तर- आगरा जिले पुरुषों की संख्या 23,64,953 है।
प्रश्न 11. आगरा जिले में महिलाओं की संख्या कितनी है?
उत्तर- आगरा जिले में महिलाओं की संख्या 20,53,844 है।
प्रश्न 12. आगरा जिले में बोली जाने वाली भाषा कौन सी है?
उत्तर- आगरा जिले में बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है।
प्रश्न 13. आगरा जिले में ग्राम पंचायत की संख्या कितनी है?
उत्तर- आगरा जिले में ग्राम पंचायत की कुल संख्या 690 है।
प्रश्न 14. आगरा जिले में कुल तहसील कितनी है?
उत्तर- आगरा जिले में कुल 6 तहसील हैं।
प्रश्न 15. आगरा जिले में विकासखंड की संख्या कितनी है?
उत्तर-आगरा जिले में विकासखंड की संख्या 22 है।