मैनपुरी जिले का इतिहास और यह क्यूँ प्रसिद्ध है? सम्पूर्ण जानकारी

mainpuri jile ka itihash

नमसकर दोस्तों फिर से स्वागत है आपका हमारी वैबसाइट thefarrukhabad.in पर, मैंने आपको इस ब्लॉग में मैनपुरी जिले के इतिहास और इसके वर्तमान के बारे में ऐसी बाते बताईं हैं, जो आपको हैरान कर देंगी। मैनपुरी जिले की इन जानकारीयों के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा। तो चलिये शुरू करते हैं।

मैनपुरी जिले का इतिहास (Mainpuri Jile Ka Itihas)

भारत में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से एक मैनपुरी आगरा मण्डल का एक प्रसिद्ध शहर तथा लोकसभा क्षेत्र है। मैनपुरी जिले का इतिहास मुगल, मराठा और चौहान जैसे शासकों से जुड़ा हुआ है। जिसकी वजह से मैनपुरी जिले के अलग अलग जगहों पर उनके समय की निशानियाँ दिखाई देती हैं और अभी भी मौजूद हैं।

सन 1526 में पानीपत के युद्ध के बाद मुगल सल्तनत बाबर दिल्ली का बेताज बादशाह बन गया। इस प्रकार हमारे भारत देश के अधिकांश भाग उसके कब्जे में थे। मैनपुरी व आगरा सहित उत्तर भारत के कई जिले मुगलों के कब्जे में थे। आगरा व मैनपुरी पास होने की वजह से मुगल शासक अधिकतर मैनपुरी आया-जाया करते थे। इस कारण से मैनपुरी जिले की संस्क्रति पर गहरा प्रभाव डाला। इसीलिए उनके शासन काल में संगीत कला, वास्तु कला और हस्तलिपि कला चरम पर थी।

सन 1801 में अंग्रेजों ने मैनपुरी जिले को ब्रिटिश शासन में सम्मिल्लित कर लिया था। और मैनपुरी शहर को इटावा जिले का मुख्यालय बना लिया था। 23 मई 1857 को मैनपुरी में अंग्रेज़ो के खिलाफ विद्रोह की चिंगारी भड़क उठी। और यहाँ के महाराजा तेज़ प्रताप सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम की कमान संभाल ली। अपने हजारों समर्थको के साथ अंग्रेज़ो की हुकूमत पर धाव बोल दिया। और अंग्रेजों को मैनपुरी जिला छोडने पर मजबूर कर दिया।

11 जुलाई 1857 को महाराजा तेजसिंह ने मैनपुरी को अंग्रेजों से आजाद करा दिया था। महाराजा तेजसिंह के इस योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता। राजपूतों के वंशज महाराजा तेजसिंह चौहान थे। चौहान तथा राजपूतों ने मैनपुरी तथा आस पास के क्षेत्रों पर शासन किया था। मैनपुरी में एक प्रसिद्ध किला है, वो किला महाराजा तेजसिंह द्वारा बनवाया गया था।

मैनपुरी जिला का क्षेत्रफल, मुख्यालय, विधानसभा, तहसील, विकासखंड और ग्राम पंचायत

मैनपुरी जिला 2760 वर्ग किलोमिटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस जिले के पूर्व में  फ़र्रुखाबाद कन्नौज, और पश्चिम में फीरोजाबाद,उत्तर में एटा और दक्षिण में इटावा अपनी सीमा को साझा करता है।

मैनपुरी जिले का मुख्यालय जिले में ही स्थित है। मैनपुरी जिले में विधानसभा क्षेत्र (मैनपुरी, भोगाओं, किशनी, करहल) हैं। और एक लोकसभा सीट मैनपुरी हैं।

इस जिले में 6 तहसील हैं, जो इस प्रकार हैं-

  1. करहल
  2. किशनी
  3. घिरोर
  4. कुरावली
  5. भोगाओं
  6. मैनपुरी

जिले में 9 विकास खंड हैं, जो इस प्रकार हैं-

  1. बेवर
  2. घिरोर
  3. वरनाहल
  4. जागीर
  5. करहल
  6. किशनी
  7. कुरौली
  8. मैनपुरी
  9. सुल्तानगंज

इस जिले में ग्राम पंचायतों की संख्या 560 है। तथा जिले में कुल गाँव की संख्या 868 है। इस जिले की तहसील में सबसे ज्यादा गाँव भोगाओं में है। और सबसे कम गाँव घिरोर में स्थित हैं।

मैनपुरी जिले की जनसंख्या, साक्षरता दर और भाषा

2011 की जनगणना के अनुसार मैनपुरी जिले की कुल आबादी 1868530 है, जिनमें से पुरुषों की कुल जनसंख्या 993377 तथा महिलाओं की कुल जनसंख्या 875152 है। जिले के लिंगानुपात की बात करें तो 1000 पुरुषों में 881 महिलाएँ हैं।

जिले के धर्म के अनुसार जनसंख्या की बात की जाए तो 2011 की जनगणना के अनुसार हिन्दू 93. 48%, और मुस्लिम 5.39 % मैनपुरी जिले में निवास करते हैं।

मैनपुरी जिले में साक्षरता दर 2011 सर्वे के अनुसार 75.99% है। जिले का पिन कोड़ 205001 है। व मैनपुरी जिले का वाहन पंजीकरण नंबर up 84 है। मैनपुरी जिला उत्तर प्रदेश में एक खास पहचान रखता है।

मैनपुरी जिले का नाम कला और साहित्य के क्षेत्र में गर्व से लिया जाता है। प्रसिद्ध साहित्यकार कमलेश्वर और उदय प्रताप यादव मैनपुरी से ही हैं। यहाँ पर हिन्दी और ब्रजभाषा बोली जाती है।

मैनपुरी जिले की अर्थव्यवस्था (Mainpuri Jile Ki Arthvyvastha )

जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। यहाँ पर उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें- गेहूं, धान, मूँगफली, आलू आदि हैं।

  • मैनपुरी जिले की नदी

इस जिले की मुख्य नदियां काली नदी और ईसन नदी हैं।

  • रोड नेटवर्क व रेल नेटवर्क कन्नेक्टिविटी (Road Network & Rail Network Connectivity)

यह जिला सड़क मार्ग से कई बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मैनपुरी जिले से नजदीकी रेल्वे स्टेशन इटावा जंक्शन है। जो मैनपुरी से लगभग 55 किलोमिटर की दूरी पर स्थित है।

मैनपुरी जिले के धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल (Mainpuri Jile Ke Dharmik Aur Adhyaatmik Sthal)

1.नेमा देवी मंदिर (Nema Devi Mandir)

यह मंदिर ग्राम सजलपुर में स्थित है। यहाँ एक राजपूत कन्या ने तपस्या की थी, और जीवित समाधि ले ली थी। इस कन्या का नाम नेमा था। जो अपनी तपस्या के कारण नेमा देवी के नाम से प्रसिद्ध हो गई थी। यहाँ आज भी उनकी समाधि बनी हुई है, उनके दर्शन मात्र से ही श्रद्धालुओं की मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती है।

2. शीतला देवी मंदिर (Sheetala Devi Mandir)

मैनपुरी जिले के उत्तरी दिशा में शीतला माता का बहुत प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। यह मंदिर माता शीतला को समर्पित है। इस मंदिर में ऐसी मान्यता है, की जो भी श्रद्धालु माता शीतला के दर्शन पूजन करने आता है। तो उसके सारे कष्टों का निवारण होता है, बीमारियों से छुटकारा मिलता है। दूर दूर से लोग यहाँ दर्शन के लिए आते।

शीतला माता मंदिर लगभग 542 साल पुराना हैं। यहाँ पर प्रतिवर्ष चैत्र और शर्दीय नवरात्र में श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ लगी रहती है। और चैत्र के नवरात्र में में यहाँ श्री देवी मेला व ग्राम सुधार प्रदर्शनी का बंदोवस्त होता है।

शीतला माता मंदिर की स्थापना वर्ष 1478 में हुई थी। यह मंदिर सिद्धपीठ मंदिर माना  जाता है। इस मंदिर का निर्माण 11 वें महाराज जगतमन देवजू मैनपुरी की राजगद्दी पर सन 1478 में बैठे। उन्होने मैनपुरी जिले के कुरावली रोड पर माँ आध्य शक्ति की मूर्ति की स्थापना करने के लिए मंदिर का निर्माण कराया था।

3. जखदर महादेव मंदिर मैनपुरी (Jakhdar Mahadev Mandir Mainpuri)

मैनपुरी के भावन्त नमक गाँव में जखदर महादेव शिवमंदिर स्थित है। जो महाभारत काल से पूर्व से बना हुआ है। लोगों के कहे अनुसार इस मंदिर का पुनर्निर्माण पांडवों ने कराया था।

4. भीमसेन मंदिर जहां भीम ने की थी पूजा (Bheemsen Mandir Jahan Bheem Ne Kee Thee Pooja)

भीमसेन मंदिर मैनपुरी जिले का एक तीर्थस्थल है। यह मंदिर प्राचीन काल से ही भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा कहा जाता है, शिवमंदिर का निर्माण अज्ञातवास में पांडवों द्वारा किया गया था। इस मंदिर में जो भी श्रद्धालू सच्चे मन से जो भी मांगते हैं भगवान भोलेनाथ उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं,। इस मंदिर में हवन, पूजन, शादी, मुंडन आदि समारोह आयोजित किए जाते हैं। सावन के महीने में महाशिवरात्री को इस मंदिर में इतनी भीड़ हो जाती है, की जिला प्रशासन की तरफ से व्यवस्थाएं करानी पड़ती हैं। इस मंदिर में हनुमान और साईं मंदिर के दर्शन करने को मिलते हैं।

FAQs

प्रश्न 1. मैनपुरी जिला किस राज्य में स्थित है?

उत्तर 1. मैनपुरी जिला उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है।

प्रश्न 2. मैनपुरी जिले का मुख्यालय कहाँ पर है ?

उत्तर 2. मैनपुरी जिले का मुख्यालय मैनपुरी जिले में स्थित है।

प्रश्न 3. मैनपुरी जिले में लोकसभा और राज्यसभा की कितनी सीट है ?

उत्तर 3. मैनपुरी जिले में लोकसभा सीट एक है, जिस पर समाजवादी पार्टी से सांसद डिंपल यादव हैं। और राज्यसभा मे 5 सीटें हैं-

1 मैनपुरी            भाजपा प्रत्याशी          जयवीर सिंह

2 भोंगाँव             भाजपा प्रत्याशी          राम नरेश अग्निहोत्री

3 किशनी            सपा प्रत्याशी             ब्रजेश कठेरिया

4 करहल            सपा प्रत्याशी             अखिलेश यादव

5 जसवंतनगर      सपा प्रत्याशी             शिवपाल सिंह यादव

प्रश्न 4. मैनपुरी जिला कब बसा था ?

उत्तर 4. मैनपुरी जिला वर्ष 1392 में मैनपुरी नगर बसाया गया था तब औंछा से लोगों को घर बनाने के लिए मुफ्त नें जमीन देकर यहाँ लाया गया था।

प्रश्न 5. मैनपुरी जिले में कितने गाँव हैं ?

उत्तर 5. मैनपुरी जिले में कुल 868 गाँव हैं।

प्रश्न 6. मैनपुरी का राजा कौन था ?

उत्तर 6. मैनपुरी जिला के अंतिम राजा  महाराजा तेज सिंह थे।

प्रश्न 7. मैनपुरी में कौन-कौन से मंदिर तीर्थस्थल हैं ?

उत्तर 7. मैनपुरी जिले में माता शीतला देवी मंदिर, च्वन ऋषि आश्रम, श्री चांदेस्वर महादेव मंदिर, भीमसेन मंदिर, कपिल मुनि आश्रम, विदुर आश्रम, आदि तीर्थस्थल हैं।

प्रश्न 8. मैनपुरी जिले की जनसंख्या कितनी है ?

उत्तर 8. 2020 में मैनपुरी जिले की अनुमानित जनसंख्या 2164878 है।

प्रश्न 9. मैनपुरी जिले में कितनी तहसील है ?

उत्तर 9. मैनपुरी जिले में 6 तहसील हैं।

प्रश्न 10. मैनपुरी जिले का पासवर्ड कितना है ?

उत्तर 10. मैनपुरी जिले का pin code 205001 है।

प्रश्न 11. मैनपुरी जिले में क्या प्रसिद्ध है ?

उत्तर 11. मैनपुरी जिले में लोहिया पार्क और इसमें बने sparkling fountain,महाराजा तेजसिंह का किला,समान अभ्यारण्य आदि प्रसिद्ध है।

प्रश्न 12. मैनपुरी का पुराना नाम क्या है ?

उत्तर 12. मैनपुरी को पहले मयनपुरी कहा जाता था, जो मयन ऋषि के नाम से मयनपुरी पड़ा। वर्तमान में इसे मैनपुरी के नाम से जानते हैं।

प्रश्न 13. मैनपुरी जिले में घूमने की जगह कौन कौन सी हैं ?

उत्तर 13. मैनपुरी जिले में लोहिया पार्क, महाराजा तेजसिंह का किला, महाराजा तेजसिंह पार्क, तीर्थस्थल में– शीतला माता मंदिर, भीमसेन मंदिर, काले महादेव, च्वनऋषि आश्रम आदि। 

निष्कर्ष

इस आर्टिक्ल में आपको मैनपुरी जिले का इतिहास, मैनपुरी जिले के बारे में, तथा मैनपुरी के धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल के बारे में जानकारी दी गई है। हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो कमेंट जरूर करें।

धन्यवाद।

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